जगदलपुर (डेस्क) – राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पत्रकारिता विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल नॉलेज देने के लिए आज गुरुवार को शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में स्पेशल क्लास का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर अतिथि व्याख्याता के रूप में दैनिक पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार अजय श्रीवास्तव ने कहा कि फेक न्यूज़ के आरोपों के दौर में मीडिया में खबरों की प्रमाणिकता की जांच करना जरूरी है. हम पत्रकारों को खबर लेखन के समय छह ककार जैसे पत्रकारीय नियमों के अतिरिक्त उसके कंटेंट की ऑथेंटिसिटी परख लेनी चाहिए. आरोप वाले खबरों में दोनों पक्षों का वर्जन जरूर देना चाहिए. फेक न्यूज़ से बचने और खबर की सत्यता व निष्पक्षता के लिए फील्ड में जाकर रिपोर्टिंग करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि एक पत्रकार को खबर के आखिरी सिरे तक पीछा करके फॉलोअप देना आवश्यक होता है.
मीडिया में टीआरपी की होड़ के प्रश्न पर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि आज पत्रकारिता में एक हद तक जनहित की आवाज जरूर कम हुई है. कई मामलों में मीडिया निष्पक्ष भी नहीं रह पायी है. फिर भी सवाल पूछने का लोकतांत्रिक हक मीडिया पर्सन को है. एक पत्रकार बिना किसी प्रॉपर चैनल के किसी अधिकारी व जनप्रतिनिधि से प्रश्न पूछ सकता है.
युवा पत्रकारों को मार्गदर्शन देते हुए अजय श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारिता में शब्दों पर पकड़ होना जरूरी है. युवा पत्रकारों को टाइपिंग और कंप्यूटर का ज्ञान होना जरूरी है. पत्रकारिता अध्ययन से आप क्या लिखना है और क्या नहीं लिखना है इसकी जानकारी पाते हैं. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि हर पेशे की तरह मीडिया में भी रिस्क है. पत्रकारों को भी सावधानी बरतनी चाहिए. इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला के हेड डॉ. संजय कुमार डोंगरे, डॉ. प्रज्ञा गुप्ता, निरंजन कुमार सहित विभिन्न विभागों के स्टूडेंट्स उपस्थित थे.