सुकमा (डेस्क) – छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में करेगुट्टा की पहाड़ियों में देश के सबसे बड़े नक्सल अभियान ब्लैक फॉरेस्ट में CRPF जवानों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चलने वाले K9 रोलो डॉग ने अपनी जान कुर्बान कर दी. रोलो डॉग 228 वीं बटालियन में सेवा दे रहा था और इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था.
मधुमक्खियों के हमले में शहीद हुआ रोलो
देश के सबसे बड़े नक्सल ऑपरेशन से लौटने के दौरान रोलो डॉग और उसके हैंडलर पर मधुमक्खियों ने हमला किया. मधुमक्खियों के डंक के चपेट में आने के बाद रोलो को एनाफिलेक्टिक शॉक लगा, जिससे उसकी मौत हो गई.
जवानों ने दिखाया शौर्य और पराक्रम
ब्लैक फॉरेस्ट अभियान में जवानों ने अपना शौर्य और पराक्रम दिखाया और बड़ी सफलता हासिल की. इस अभियान में जवानों ने 31 माओवादियों को मार गिराया और बड़ी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद की.
पहली बार जवानों की शहादत नही हुई
इस बार के अभियान में पहली बार ऐसा हुआ कि जवानों की शहादत नहीं हुई, लेकिन रोलो डॉग की शहादत ने सभी को भावुक कर दिया. अधिकारियों और जवानों ने रोलो को अंतिम विदाई दी और उसके बलिदान को सलाम किया.
रोलो की शहादत को सलाम
रोलो डॉग की शहादत ने एक बार फिर से देश के वीर सपूतों की कुर्बानी को याद दिलाया है. रोलो ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सेवा में अपना योगदान दिया और अपनी शहादत के साथ हमेशा के लिए अमर हो गया.