जगदलपुर (डेस्क) – जिले के बस्तर विकास खंड के ग्राम पंचायत कुंडगुड़ा मधोता 02 खैरगुड़ा के शिक्षक छन्नू राम मंडावी के सेवा समर्पण से प्राथमिक शाला खैरगुड़ा नई ऊंचाई पर पहुंचा है. प्राथमिक शाला खैरगुड़ा के प्रधान अध्यापक छन्नू राम मंडावी ने अपनी समर्पण भावना से विद्यालय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. उनके नेतृत्व में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है और नवोदय विद्यालय तथा एकलव्य जैसे प्रतिष्ठित विद्यालयों में चयन हो रहा है.
छन्नू राम मंडावी के प्रयासों से विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जैसे कि विदाई समारोह और न्योता भोज. इन कार्यक्रमों में छात्रों, शिक्षकों और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी देखी जाती है. न्योता भोज जैसे आयोजनों से छात्रों को सम्मानित किया जाता है और समुदाय में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलता है.
विद्यालय में पढ़ाई लिखाई के साथ ही शाला भवन की रंगाई पोताई, रखरखाव, मिड डे मील, पालक बैठक, पौधारोपण और साफ सफाई जैसे कई काम छन्नू राम मंडावी के द्वारा किए जा रहे हैं. इसके अलावा विद्यालय में शाला संग्रहालय और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जो छात्रों को ज्ञान और शिक्षा के प्रति प्रेरित करती हैं.
विद्यालय में पोषण वाटिका में हरे साग सब्जी उगा कर बच्चों को मध्यान्ह भोजन में ताजी सब्जियां परोसी जा रही हैं. विद्यालय प्रबंधन समिति की नियमित बैठक आयोजित की जाती है, जिसमें बच्चों की उपस्थिति, शैक्षणिक गतिविधियों और स्तर का पालकों के समक्ष समीक्षा की जाती है और उनकी आवश्यकता अनुसार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे कि एकलव्य और नवोदय विद्यालय के लिए विशेष तैयारी.
अहाता निर्माण में शाला प्रबंधन समिति और पारावासीयों का सहयोग में अथक प्रयास के लिए मंडावी ने कार्य किया और शाला में पदस्थ सहायक शिक्षिका इंदुमती बाई का भी विशेष योगदान है। छन्नू राम मंडावी का समर्पण और उनकी टीम की मेहनत अन्य लोगों के लिए एक उदाहरण है. बस्तर बीईओ भारती देवांगन, एबीईओ सुशील तिवारी, बीआरसी अजम्बर कोर्राम और सीएसी कृष्णा सिंह ठाकुर भी शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रमों में शामिल हुए. समय समय पर सीएसी द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया जाता हैं बच्चों में शिक्षा की गुणवत्ता संतुष्टिपूर्ण है. यह विद्यालय की गुणवत्ता और छन्नू राम मंडावी के नेतृत्व को दर्शाता है.
विद्यालय की इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि समर्पित शिक्षकों और समुदाय के सहयोग से छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाया जा सकता है. प्राथमिक शाला खैरगुड़ा की यह पहल निश्चित रूप से अन्य विद्यालयों को भी प्रेरित करेगी और छात्रों के लिए एक बेहतर भविष्य की दिशा में एक ठोस कदम होगा. छन्नू राम मंडावी जैसे शिक्षकों की कहानी हमें यह सिखाती है कि एक समर्पित और मेहनती शिक्षक अपने छात्रों के जीवन में कितना बड़ा बदलाव ला सकता है.
पिछले वर्ष इनके कार्य को देखते हुए गांव वालों ने इन्हें उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया है, जो उनके समर्पण और मेहनत को दर्शाता है. यह सम्मान न केवल छन्नू राम मंडावी के लिए बल्कि पूरे विद्यालय के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है.