जगदलपुर (डेस्क) – मिनी नियाग्रा वाटरफॉल के नाम से मशहूर चित्रकोट जलप्रपात के नजदीक बने नाका को सील करने के बाद इस कार्यवाही का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नाका सील व युवा सरपंच के साथ 12 लोगों के ऊपर हुए क़ानूनी कार्यवाही के विरोध में कांग्रेस पार्टी कल 22 मई को एसडीएम कार्यालय का घेराव करेगी. और अधिकारी के ऊपर कार्यवाही की मांग करेगी. क्योंकि नाका सील व लोगों के ऊपर की कार्यवाही को पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव साय से जोड़ दिया है. उक्त जानकारी छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रेसवार्ता में दी है.

पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बस्तर पांचवी अनुसूची क्षेत्र है. और बस्तर में एक आदिवासी युवा सरपंच व 12 ग्रामीणों के ऊपर केवल इसीलिए कार्यवाही होना कि उन्होंने मेहमानों के लिए खाने पीने की व्यवस्था नहीं किया. नया और पढ़ा लिखा सरपंच है जिसने अभी तक पंचायत का चार्ज भी नहीं लिया है. इससे 10 दिन पहले ही कोई कलेक्टर चित्रकोट पहुंचे हुए थे. जिनके लिए उन्होंने खाने पीने का व्यवस्था किया था. उससे पहले कई बार एसडीएम के कहने पर सरपंच व समिति ने व्यवस्था किया. लगातार पैसे खर्च करने से परेशान होकर युवा सरपंच ने पैसे देने से इनकार किया. इस बार छत्तीसगढ़ राज्य के दामाद पहुंचे हुए थे.

दीपक बैज ने कहा कि बस्तर में प्रशासनिक आतंकवाद इतने चरम पर क्यों है. सरकार का नियंत्रण बस्तर में नही है. क्या बस्तर में अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं. बस्तर के ग्राम पंचायतों में आने वाले विकास कार्यो की राशि अधिकारियों के मनोरंजन के लिए है क्या? मैं धन्यवाद देता हूँ युवा सरपंच को जिसने अपने हक और अधिकार के लिए आवाज उठाया है. 12 लोगों के खिलाफ कार्रवाई होना, हमने कहा जेल भेज दो, 420 का धारा भी लगा दो, नक्सली केस लगा दो, शराब का केस लगा दो, NSA भी लगा दो, सब केस लगाने के बाद भी बस्तर के विकास कार्यो के पैसों का दुरुपयोग होने नहीं दिया जाएगा.

दीपक बैज ने कहा कि कुल 32 बिल ऐसे हैं जिसमें एसडीएम के कहने पर पिछले 1 सालों में मेहमानों व कलक्टरों को मुर्गा, मटन, मछली, अंडा, सब्जी, चांवल के साथ ही सिगरेट भी पिलाई. जिसका बिल है. ऐसी स्थिति में नाका अवैध कैसे हुआ ? आज सरपंच ने मना किया तो नाका अवैध हो गया. युवा सरपंच के साथ कांग्रेस पार्टी है. कल 22 मई को कांग्रेस पार्टी एसडीएम कार्यालय का घेराव करेगी. जिसकी तैयारी की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक आतंकवाद को बेनकाब करने का काम भी कांग्रेस पार्टी करेगी.

दीपक बैज ने 2 सवाल छत्तीसगढ़ सरकार से किया है. पहला सवाल यह है कि यदि मुख्यमंत्री के निर्देश पर नाका समिति से पैसा मांगा जा रहा था तो संबंधित अधिकारी को बचाया जाएगा. और दूसरा सवाल यह है कि यदि मुख्यमंत्री के बिना जानकारी के ऐसा किया गया है तो अधिकारी पर उचित कार्यवाही होगी.

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