जगदलपुर (डेस्क) – शिकारियों के बिछाए जाल में फंसने की वजह से घायल एक बाघ को वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया है. प्राथमिक उपचार के बाद घायल बाघ को बेहतर ईलाज के लिए जंगल सफारी के लिए रवाना कर दिया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते कल बुधवार को बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व फारेस्ट के बफर जोन कांदुलनार, मोरमेड़ और तोयनार गांव के बीच घने जंगल के इलाके में एक बाघ शिकारियों के द्वारा लगाए गए तार के फंदे में फंस गया. इस फंदे में फंसने की वजह से बाघ के दोनों पिछले पैर बुरी तरह से जख्मी हो गए. जिसकी वजह से बाघ के पैरों के घाव में कीड़े पड़ने और सड़ने शुरू हो गए थे. इसी दौरान वन विभाग की टीम को घटना की जानकारी मिली. जानकारी मिलते ही वन विभाग की एक टीम तत्काल ही मौके पर के लिए रवाना हो गई. मौके पर पहुंचते ही वन विभाग की टीम ने घायल बाघ का उपचार करना शुरू किया. प्राथमिक उपचार के बाद घायल बाघ को बेहतर ईलाज के लिए रायपुर के जंगल सफारी के लिए रेफर कर दिया है. सूत्रों के अनुसार घायल बाघ की उम्र 5 से 6 वर्ष बताई गई है. बताया गया कि बीते करीबन 15 से 20 दिन पहले बाघ के हमले में ग्राम कांदुलनार के सर्वे नामक एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था. बाघ के इस हमले में उस व्यक्ति की मौत हो चुकी है.