जगदलपुर (डेस्क) – 1 करोड़ से ज्यादा रुपए के सायबर फ्रॉड के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने शहर के एक व्यक्ति से सायबर फ्रॉड करने वाले 3 शातिर ठगों को देश के दो अलग – अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने इन शातिर ठगों के पास से हजारों रुपए नगद, एटीएम कार्ड, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बॉयोमेट्रिक फिंगर प्रिंट स्कैनर समेत अन्य सामान भी बरामद किया है.

मिली जानकारी के अनुसार शहर के बोधघाट थाना क्षेत्र के तिरंगा चौक में रहने वाले अमलेश कुमार नाम के एक व्यक्ति को बीते 21 जनवरी 2025 को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने अपने आप को एक्सिस बैंक का कस्टमर केयर बताकर अमलेश को लोन देने की बात कही. जिसके बाद अमलेश ने लोन लेने से मना करते हुए कॉल बंद कर दिया. इसके बाद उसी दिन शाम करीबन 4:18 अचानक अमलेश के मोबाइल फोन पर ओटीपी आना शुरू हो गया. शाम करीबन 5:35 बजे अमलेश को उसके मोबाइल में उसके एक्सिस बैंक खाते से लगभग 500, 40000, 500 और 34000 रुपए किसी अन्य के बैंक खाते में ट्रांसफर होने का मैसेज आया. जिसके बाद अमलेश ने बैंक पहुंचकर इसकी जानकारी निकाली. बैंक से अमलेश को जानकारी मिली कि नेट बैंकिंग के माध्यम से उसके खाते में 733013 रुपए का लोन लिया गया है. जबकि अमलेश ने लोन के लिए कोई आवेदन नही किया था. इसके बाद अमलेश ने अपने बैंक खाते का स्टेटमेंट निकाला. जिसमें उसे पता चला कि किसी अज्ञात ने उसके मेल आईडी से छेड़छाड़ कर नेट बैंकिंग के माध्यम से 733013 लोन लेकर किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर कर दिया है. जिसके बाद प्रार्थी ने तत्काल इस मामले को लेकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया.

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस की एक टीम मामले की जांच में जुट गई. जांच के दौरान पुलिस की टीम ने विभिन्न बैंकों से जानकारी लेते हुए कुछ संदिग्ध लोगों की पहचान कर ली. इसके बाद पुलिस की टीम मुंबई और झारखंड के लिए रवाना हो गई. जहां से पुलिस की टीम ने 3 संदिग्धों अब्दुल मजीद (45) निवासी झारखंड, कार्तिकेय राय उर्फ सत्यम (20) और संतोष कुमार (41) दोनों निवासी महाराष्ट्र को धर दबोचा. इसके बाद पुलिस ने पकड़े गए संदिग्धों से कड़ाई से पूछताछ करना शुरू किया. कड़ी पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने प्रार्थी के बैंक खाते से लिये गए रुपए को अपने परिचितों के नाम से खोले गए बैंक खातों में ट्रांसफर किया है. वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से मिले मोबाइल फोन और बैंक के कागजातों की जांच की. इस जांच में पुलिस ने आरोपियों द्वारा 116 से अधिक फर्जी बैंक खातों में 1 करोड़ 15 लाख रुपए का सायबर फ्रॉड करना पाया है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से मिले विभिन्न बैंक खातों से लगभग 1 करोड़ 13 लाख रुपए से ज्यादा रुपए बरामद किया है. इसके अलावा पुलिस ने आरोपियों के पास 7 मोबाइल फोन, 5 सिम कार्ड, 14 एटीएम/क्रेडिट/डेबिट कार्ड, 2 पेन कार्ड, 4 आधार कार्ड, 8 चेक बुक, 26 हजार 5 सौ रुपए नगद, 1 बॉयोमेट्रिक फिंगर प्रिंट स्कैनर (थम्ब मशीन), 1 एटीएम स्वैप मशीन और 3 पासबुक भी बरामद किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी अब्दुल मजीद इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड है. वह मुरसीदाबाद में डकैती और मुम्बई के अंधेरी में भी सायबर फ्रॉड के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है. आरोपियों से जप्त बैंक खातों में अलग अलग राज्यों से 46 से ज्यादा शिकायतें दर्ज है. बता दें कि, इससे पहले भी पुलिस ने सायबर फ्राड करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. फिलहाल इस मामले में पुलिस के द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *