सुकमा (डेस्क) – ज़िले के कोंटा तहसील में वार्ड 4 इंदिरा आवास कॉलोनी में एक पत्रकार के परिवार के लिए बीते 17 जून की सुबह कभी न भूल पाने वाली बन गई. जब पूजा – अर्चना के दौरान उन्हें सूचना मिली कि उनका घर आग की चपेट में आ गया है. सुबह क़रीब 9:30 बजे शिव मंदिर में पूजा के लिए पहुँचे परिवार को जैसे ही फोन पर घर में आग लगने की खबर मिली, वे तत्काल मौके पर पहुँचे. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, पूरा घर जलकर राख हो चुका था.

पीड़ित परिवार ने बताया कि आग में 6 लाख रुपये से अधिक के सोने – चांदी के आभूषण, नकद राशि, घर के जरूरी कागजात जैसे पट्टा, आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र और शैक्षणिक दस्तावेज पूरी तरह से जल गए.

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जहां पूरा घर खाक हो गया, वहीं भागवत गीता, देवी माँ की चुनरी और मन्नत का नारियल पूरी तरह सुरक्षित रहे.

परिवार के मुखिया को ब्रेन स्ट्रोक (पैरालिसिस) हुआ है और उनका इलाज खम्मम के जागृति हॉस्पिटल में 1 फरवरी 2024 से चल रहा है. तीन महीने की दवाइयों का पूरा स्टॉक जो घर में रखा गया था, वो भी इस आग में जल गया.

बीते 16 जून को ही बच्चे का स्कूल में एडमिशन करवाया गया था और उसके लिए लाए गए स्कूल बैग, ड्रेस और जूते भी जलकर नष्ट हो गए. शादी का जोड़ा, बच्चे के पैरों के जन्म चिन्ह, और परिवार के बुजुर्गों की दी हुई अंतिम यादें भी इस अग्निकांड में नष्ट हो गईं.

घटना के बाद तहसीलदार, पटवारी और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। बीते 18 जून को एडिशनल टीआई ने भी पहुँचकर निरीक्षण किया और जानकारी ली.

स्थानीय लोगों की तत्परता से आग को फैलने से रोका जा सका, लेकिन आग पर काबू पाने के लिए दमकल की गाड़ी नहीं होने के कारण घर को नहीं बचाया जा सका.

स्थानीय लोगों ने शासन – प्रशासन से अपील की है कि पीड़ित परिवार को त्वरित आर्थिक सहायता और पुनर्वास उपलब्ध कराई जाए, क्योंकि परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य स्वयं गंभीर बीमारी से जूझ रहा है.

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