जगदलपुर (डेस्क) – जिले में एक गांव के ग्रामीण मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे है. मोबाइल नेटवर्क नही होने की वजह से इस गांव के ग्रामीणों को राशन लेने से पहले राशन कार्ड में एंट्री कराने के लिए आधा किमी दूर जंगल के अंदर जाना पड़ता है. राशन कार्ड में एंट्री के बाद ही ग्रामीणों को राशन मिल पाता है.
बताया गया कि बस्तर जिले के दरभा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम कोलेंग के कांदानार गांव के ग्रामीणों को मोबाइल नेटवर्क नही होने की वजह से परेशानी उठाना पड़ रहा है. कांदानार के ग्रामीणों को अपना राशन लेने से पहले राशन दुकान से लगभग आधा किमी दूर जंगल के बीच पहले राशन कार्ड में एंट्री करवाने जाना पड़ता है. दरअसल कोलेंग के ग्राम कांदानार में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नही होने की वजह से राशन दुकान के संचालक को गांव के जंगल के बीच, जहां मोबाइल नेटवर्क आता है, वहां बैठकर राशन कार्ड में एंट्री करना पड़ रहा है. राशन दुकान का संचालक राशन कार्ड में एंट्री होने के बाद ही हितग्राहियों को राशन दुकान से राशन देने में मजबूर है.
वहीं इस मामले को लेकर कोलेंग के जनपद सदस्य बलिराम ने बताया कि पहले कांदानार के ग्रामीणों को कोलेंग गांव में स्थित राशन दुकान से राशन दी जाती थी. लेकिन अब कांदानार में राशन दुकान खुलने के बाद यहां के ग्रामीणों को गांव से ही राशन मिल तो रहा है, परंतु मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नही होने की वजह से राशन दुकान के संचालक को राशन दुकान से लगभग आधा किमी दूर में बैठकर ग्रामीणों के राशन कार्ड में एंट्री करना पड़ रहा है. बताया गया कि कांदानार में 1 साल पहले बीएसएनएल का टावर स्थापित किया गया था. लेकिन वह आज तक शुरू ही नही हुआ. जिसकी वजह से यहां के ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.