जगदलपुर- छत्तीसगढ़ सहित पूरे बस्तर संभाग में बीते दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सम्पन्न हुई. और कई नए पंच, सरपंच पंचायतों में चुनकर आये. नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को विकास कार्यो के लिए लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसी कड़ी में बीते दिनों बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक में समाज सेवी प्रदान संस्था द्वारा प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया था. इस शिविर में 10 पंचायतों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि उपस्थित हुए.
प्रदान संस्था के प्रबंधक शैव्या सहारे ने बताया कि तोकापाल ब्लॉक के एर्राकोट पंचायत भवन में 5- 6 मई को 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया था. इन कार्यक्रम में ब्लॉक के 10 पंचायतों से 58 नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. जिसमें 43 महिला और 15 पुरुष जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
प्रशिक्षण के प्रमुख मुद्दे….
1- जनप्रतिनिधियों की भूमिका और जिम्मेदारियां
2- ग्राम सभा की संरचना, वर्तमान स्थिति और उसमें महिलाओं की भागीदारी
3- स्थानीय सतत विकास लक्ष्य (LSDGs) और ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP)
4- पंचायत स्तर की कार्य योजना बनाना
प्रशिक्षण के दौरान महिला जनप्रतिनिधियों के द्वारा अपनी चुनौतियों को बताया गया. जिसमे मुख्य तौर पर उनके पद पर परिवार के पुरुषों का पंचायती काम-काज व निर्णयों में भागीदारी लेना. सामाजिक भेदभाव के चलते ग्राम सभाओं में महिलाओं की भागीदारी में रुकावट आदि थे.
प्रशिक्षण को सहभागिता-आधारित बनाने के लिए साँप-सीढ़ी, एक द्वीप पर साथ रहना जैसे विभिन्न खेलों और सफल महिला जनप्रतिनिधियों की कहानियों के वीडियो का उपयोग किया गया. प्रशिक्षण का समापन प्रत्येक वार्ड सदस्य और सरपंच द्वारा अपनी पंचायत के लिए एक वर्ष की कार्ययोजना तैयार करने के साथ हुआ.
कार्यक्रम में तोकापाल ब्लॉक के जनपद सीईओ नीलू तिर्की और पंचायत निरीक्षक हरीश पांडे भी शामिल हुए. CEO ने महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और हर पंचायत को उनकी कार्य योजना के क्रियान्वयन के लिए सहयोग करने का आश्वासन भी दिया है.