जगदलपुर (डेस्क) – सुरक्षाबल के जवानों और माओवादियों के बीच आज शनिवार को पांचवें दिन भी मुठभेड़ लगातार चल रही है. सुरक्षाबल के जवान लगातार माओवादियों के खिलाफ चलाये गए इस अभियान में डटे हुए है.

ज्ञात हो कि, छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित बीजापुर और तेलांगाना राज्य की सीमा में स्थित कांकेर पुजारी और गलगम की पहाड़ियों में सुरक्षाबल के जवानों ने पिछले 5 दिनों से माओवादियों के बड़े कैडरों को घेर रखा है. पिछले 5 दिनों से जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही है. इस मुठभेड़ में जवानों ने 3 वर्दीधारी महिला माओवादियों को मार गिराया है. बताया गया है कि जवानों ने इस इलाके में हिड़मा, देवा, सहदेव और केशव जैसे बड़े खूंखार माओवादी लीडरों को घेर रखा है. इस नक्सल विरोधी अभियान के दौरान तेज धूप और गर्मी की वजह से सुरक्षाबल के कुछ जवान डिहाइड्रेशन के शिकार भी हो गए है. जिन्हें सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस अभियान में छत्तीसगढ़ से सीआरपीएफ, बस्तर फाइटर्स, कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी की एक जॉइंट टीम शामिल है. वहीं जवानों की इस जॉइंट टीम तेलांगाना राज्य के ग्रेहाउंड और महाराष्ट्र के सी 60 के जवानों का साथ मिल रहा है. सूत्रों के अनुसार इस अभियान पर सेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर, ड्रोन और सैटेलाइट से भी नजर रखी जा रही है. बताया जा रहा है सुरक्षाबलों ने इस अभियान को तेज कर दिया है.

वहीं सुरक्षाबल के इस अभियान के दौरान ही माओवादियों ने एक प्रेस नोट जारी किया है. इस प्रेस नोट के माध्यम से माओवादियों के उत्तर पश्चिम सब जोनल ब्यूरो के प्रभारी रूपेश ने सरकार से इस अभियान को तत्काल रोकने और शांति वार्ता के लिए आगे आने का अनुरोध भी किया है. लेकिन फिलहाल अभी तक सरकार की तरफ से इसका कोई जवाब नही आया है.

बता दें कि इस अभियान को सुरक्षाबलों के द्वारा माओवादियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपेरशन माना जा रहा है. यही वजह है कि सुरक्षाबल के इस अभियान पर वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों की नजर बनी हुई है.

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