कांकेर (डेस्क) – आज शुक्रवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद कुमार ध्रुव द्वारा जिला जेल कांकेर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने बंदियों की समस्याएं सुनीं और उनकी शिकायतों का संज्ञान लिया. जिन बंदियों के पास अधिवक्ता नहीं था, उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए. निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया को पारदर्शी एवं प्रभावी बनाना था, जिससे जेल में निरुद्ध बंदियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके. जेल निरीक्षण के दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कांकेर भास्कर मिश्र एवं जेल प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित रहे. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा जेल प्रशासन को निर्देशित किया कि बंदियों को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी प्रदान की जाए और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखा जाए. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि जेल में सुधारात्मक एवं पुनर्वास संबंधी कार्यक्रम प्रभावी रूप से संचालित हों.