सुकमा (डेस्क) – जिले में नक्सली संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से 2 लाख की ईनामी महिला नक्सली सहित कुल 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ शासन की “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” एवं “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर किया गया है.
आत्मसमर्पित नक्सलियों में कलमू आयते पति भीमा उर्फ कुहराम, नुप्पो रघु, मड़कम कोना, और सोड़ी लच्छा शामिल हैं. इनमें कलमू आयते पति भीमा उर्फ कुहराम को 2 लाख रुपये का ईनाम था.
इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223, 151, 50, 218 वाहिनी सीआरपीएफ, 204 वाहिनी कोबरा, एवं आरएफटी रेंज कोन्टा के आसूचना शाखा की कार्मिकों की विशेष भूमिका रही है.
आत्मसमर्पित नक्सलियों को “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” के तहत सहायता राशि एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.