कांकेर (डेस्क) – मोदी सरकार की गारंटी पूरी नही होने से नाराज पंचायत सचिव संघ ने प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत 18 मार्च से जनपद मुख्यालय चारामा में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. सचिव संघ की एक सूत्रीय मांग है.
रंगपंचमी के उल्लास के बीच भी सचिव संघ का आंदोलन जारी है. नगाड़े की गूंज और लोकगीतों की धुन पर नाचते – गाते सचिव अपनी मांगों को लेकर विरोध जता रहे हैं. सचिव संघ के सदस्यों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी वादे के तहत पंचायत सचिवों के शासकीयकरण का भरोसा दिलाया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है.
मांगों पर अड़े सचिव, हड़ताल से ग्रामीण – प्रशासन प्रभावित
हड़ताल के चलते पंचायत स्तर पर कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं. विभिन्न विकास कार्यों की गति थम गई है, जिससे ग्रामीणों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. सचिव संघ ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी.
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार बार – बार आश्वासन देती रही है, लेकिन वास्तविक कार्रवाई नहीं हो रही है. पंचायत सचिव ग्रामीण विकास योजनाओं की रीढ़ हैं और उनका शासकीयकरण जरूरी है. सचिव संघ ने यह भी कहा कि यदि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगे.
सरकार की चुप्पी से असंतोष
हड़ताल के कारण जनपद मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य रुके पड़े हैं. सचिव संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार शीघ्र ही सकारात्मक पहल नहीं करती है, तो प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन और तेज होगा.