दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में इन दिनों आत्मसमर्पित नक्सलियों का आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड समेत भारतीय पहचान पत्र से जुड़े दूसरे दस्तावेज बनाने का काम दंतेवाड़ा पुलिस कर रही है। इसके तहत जिला पुलिस बाकायदा एक अभियान चला रही है। पिछले तीन साल में दंतेवाड़ा में 454 नक्सलियों ने आत्मसमर्पित किया है। जिसमें से 280 का पुलिस द्वारा आधार, वोटर कार्ड समेत दूसरे जरूरी दस्तावेज तैयार करवाने का दावा अभी तक पुलिस कर रही है। इनके दस्तावेज पिछले एक साल में तैयार करवाने का दावा भी किया जा रहा है।

इस पूरे मामले पर दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि- 30 मई 2020 से हमने ‘लोन वर्राटू’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत समर्पित नक्सलियों को सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहचान पत्र बनवाए जा रहे हैं। जिसमें आधार कार्ड, वोटर, राशन कार्ड पर प्रमुखता से जोर दिया जा रहा है। ताकि इसकी मदद से सरेंडर नक्सली भी आम भारतीय नागरिक की तरह जीवन जी सकें और जरूरी शासकीय सेवाओं का लाभ मिल सकें। साथ ही डॉ अभिषेक पल्लव बताया कि ऐसा नहीं है कि सरेंडर नक्सलियों को अपना आधार कार्ड या दूसरे दस्तावेज बनाने के लिए पुलिस विभाग की अनुमति या मदद लेने की आवश्यकता है। लेकिन जानकारी के अभाव में वे इन जरूरी पहचान पत्रों को नहीं बनवा पाते हैं। जिसके चलते उन्हें सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओं जैसे- राशन, खाद्य सामाग्री का लाभ नहीं मिल पाता है। साथ ही मतदान के समय में मताधिकार से भी वंचित रह जाते हैं। इनको मुख्यधार से जोड़ने के लिए ही पुलिस द्वारा अलग-अलग 14 विभागों से संपर्क कर पहचान पत्र बनवाए जा रहे हैं। और लगातार यह प्रक्रिया जारी रहेगी।
