सुकमा- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में दो शीर्ष माओवादी कैडर मारे गए है. इनमें माड़वी माडा और संदेश उर्फ सन्नू शामिल हैं, मारे गए दोनों माओवादी एरिया कमेटी के सदस्य थे. मुठभेड़ स्थलों से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है.

बीते 22 मई 2025 को सुकमा जिले के किस्टाराम क्षेत्र में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर जिला सुकमा डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा और सीआरपीएफ की एक संयुक्त पुलिस पार्टी नक्सल विरोधी सर्च अभियान में रवाना हुई थी. शाम 6 बजे से पेसलपाड़ क्षेत्र में माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच लगातार फायरिंग हुई. मुठभेड़ स्थल से एक पुरुष वर्दीधारी हार्डकोर माओवादी का शव हथियार सहित बरामद हुआ है. मारे गए माओवादी की पहचान एरिया कमेटी मेंबर माड़वी माडा के रूप में हुई है, जो साउथ सब ज़ोनल ब्यूरो के डिप्टी कमांडर था.

पेसलपाड़ मुठभेड़ से जवानों ने बरामद की सामग्री….

– 9 एमएम ऑटोमेटिक सर्विस पिस्टल
– बीजीएल लॉन्चर
– बीजीएल सेल
– इलेक्ट्रिक डेटोनेटर
– जिंदा कारतूस
– वायरलेस सेट
– चार्जर और अन्य सामग्री

दूसरी मुठभेड़ सुकमा ओर बीजापुर की सीमावर्ती क्षेत्र तुमरेल में हुई

बीते 22 मई 2025 को ही बीजापुर जिले के तुमरेल जंगल में पीएलजीए बटालियन नंबर 1 के माओवादियों और पुलिस पार्टी के बीच मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ स्थल से एक हार्डकोर माओवादी का शव हथियार और अन्य माओवादी सामग्री बरामद हुई है. मारे गए माओवादी की पहचान साउथ बस्तर डिवीजन कमेटी के एरिया कमेटी मेंबर संदेश उर्फ सन्नू के रूप में हुई है.

तुमरेल मुठभेड़ से बरामद सामग्री

– 12 बोर बंदूक
– एसएलआर के मेग्जीन
– हेंड ग्रेनेड
– रेडियो सेट विस्फोटक
– माओवादी वर्दी
– बैनर
– पाम्पलेट
– नक्सली साहित्य और अन्य नक्सल सामग्री

मुठभेड़ में एक जवान की हुई थी शहादत, शहीद जवान को दी गई श्रद्धांजलि

तुमरेल मुठभेड़ में शहीद हुए कोबरा 210 के जवान सोलंकी मेहुलभाई को पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ “गार्ड ऑफ ऑनर” दिया गया और उनके गृह ग्राम में अंतिम संस्कार किया गया.

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने माओवादियों को चेतावनी दी है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं, अन्यथा अपने शीर्ष कमांडर बसवराजू की तरह भयावह अंत के लिए तैयार रहें. हाल ही में अबूझमाड़ के जंगलों में हुई मुठभेड़ में बसवराजू मारा गया था. इस मुठभेड़ के बाद माओवादी संगठन बिखरने लगा है और अनेक नक्सली कैडर आत्मसमर्पण के लिए आगे आ रहे हैं.

सरकार ने माओवादियों के खिलाफ अभियान को और तेज करने के निर्देश दिए हैं. सुरक्षा बलों ने माओवादियों के खिलाफ कई सफल ऑपरेशन चलाए हैं और उन्हें लगातार सफलता मिल रही है. सरकार ने स्पष्ट किया है कि माओवादियों के खिलाफ लड़ाई में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है. माओवादी संगठन बिखरने लगा है और अनेक नक्सली कैडर आत्मसमर्पण के लिए आगे आ रहे हैं. सरकार ने माओवादियों के खिलाफ अभियान को और तेज करने के निर्देश दिए हैं और स्पष्ट किया है कि माओवादियों के खिलाफ लड़ाई में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी.

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