नवीन कश्यप, सुकमा- छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले में बारिश के कारण आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. नदी नाले उफान पर हैं. सड़को पर पानी आ गया है. बाढ़ का पानी पुलियों के ऊपर से बह रहा है. जिसके कारण स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी ही एक तस्वीर सुकमा जिले से बाहर निकलकर सामने आई है. जहां परिजन मृतक के शव को खाट में उठाकर 20 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गांव पहुंचे हैं.

परिजनों के बताया कि बीते दिनों किस्टारम थाना क्षेत्र के अरलापेंटा निवासी व्यक्ति गंभीर बीमारी से ग्रषित था. जिसको उपचार के लिए भद्राचलम ले जाया गया था. लेकिन भद्राचलम के अस्पताल में अधिक खर्चा बढ़ जाने के कारण मरीज को डिस्चार्ज कराने के बाद वापस लाकर देशी ईलाज इतनपाड़ गांव में कराया जा रहा था. जिसकी कल 21 जुलाई को मौत हो गई. मौत के बाद परिजन मृतक के शव को अपने गृहग्राम अरलापेंटा ले जाने की सड़क मार्ग से कोशिश की. लेकिन चारों तरफ के सड़क मार्गों में बारिश का पानी बढ़ जाने के कारण रास्ता बंद है. जिसके बाद परिजनों ने मृतक के शव को घाट में उठाकर तिगनपल्ली होते हुए जंगल के रास्ते 20 किलोमीटर का पैदल सफर करते हुए अपने गृह ग्राम अरलापेंटा तक पहुंचे. अमूमन ऐसी स्थित बारिश के दिनों के साथ ही सामान्य दिनों में भी हमेशा सुकमा व बीजापुर ज़िले में देखने को मिलती है. जहां सड़क मार्ग नहीं होने के कारण या अन्य बाधा उत्त्पन्न होने के कारण मरीजों को घाट में उठाकर परिजनों द्वारा अस्पताल या गांव पहुंचाया जाता है.

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