जगदलपुर- छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाकर रसोईया संघ अब सड़क पर उतर गई है. और 3 दिवसीय धरना प्रदर्शन के अंतिम दिन आज बुधवार को रैल्ली निकालकर 3 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.

रसोईया संघ के जिला उपाध्यक्ष प्रभा यादव ने बताया कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में 50 प्रतिशत मानदेय राशि बढ़ोतरी करने का जिक्र किया था. लेकिन सरकार को लगभग 2 वर्ष पूरे होने पर है. इस पर कोई कार्य नहीं किया गया. दूसरी मांग यह है कि छात्रों की संख्या कम होने पर रसोइयों को बैठा दिया जाता है. उनको नहीं बैठाकर उन्हें कार्यों पर रखा जाए. तीसरी मांग यह है कि 50 रुपये रोजी से घर का गुजारा नहीं चलता है. इसीलिए सरकार से निवेदन है कि कलेक्टर दर देने की कृपा करें. रसोइया अपने आप को गर्व महसूस करते हैं कि वे स्कूल में खाना बनाने का कार्य करते हैं. लेकिन जब कोई मानदेय के विषय में पूछते हैं उस समय शर्म लगता है. बताते हैं कि 2000 हजार रुपये महीना है.

रसोइया ने यह भी कहा कि सरकार पूरे छत्तीसगढ़ में मुफ्त में चांवल दे रही है. जो अच्छी बात है. लेकिन सब्जी, गैस सिलेंडर सभी की खरीदी करनी पड़ती है. आज टमाटर का रेट 40 रुपये हो गया है. अपने बच्चे को टमाटर खिलाये या नहीं यह सोचना पड़ता है. स्कूल में बच्चों की पढ़ाई व अन्य खर्चे होते हैं. यह सब 2000 रुपये महीने में कैसे संभव होगा. इसीलिए तीन दिनों तक हड़ताल किये. और आज ज्ञापन सौंपे. और कल से अपने कार्यों पर लौट जाएंगे. इसके साथ ही 15 अगस्त तक सरकार के द्वारा कोई घोषणा नहीं किये जाने पर आमागुड़ा चौक में चक्काजाम किया जाएगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *