सुकमा (नवीन कश्यप). जिले के चिंतलनार – मरियागुडा (मरियागुडम) मार्ग में किलोमीटर 57 किलोमीटर 64 एवं किलोमीटर 65 में वार्षिक संधारण मद में डामर नवीनीकरण कार्य में स्वीकृत अनुबंध क्रमांक 64/DL/2023-24 के अंतर्गत ठेकेदार ए. जी. एम. कंस्ट्रक्शन दंतेवाड़ा द्वारा किए जा रहे कार्य का गलत एवं फर्जी माप दर्ज कर स्थल पर बिना कार्य करवाए देयक हेतु बिल प्रस्तुत करने वाले मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग नवा रायपुर के द्वारा चार सदस्यीय जांच दल गठित कर जांच के आदेश जारी किया है. चार सदस्यीय जांच दल में एसी, ईई, एसडीओ एवं सब इंजीनियर हैं. वहीं तय समय के पांच दिन बीत जाने के बावजूद जांच दल आज तक मौके पर नही पहुंचा.

मिली जानकारी अनुसार विभागीय अधिकारी प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग ने आदेश क्रमांक 564113-001/प्र. अ./क्यू. सी./24 नवा रायपुर, दिनांक 08/10/2024 के तहत इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए एसी, ईई, एसडीओ एवं सब इंजीनियर की चार सदस्यीय टीम का जांच दल गठित कर 10 दिनों के अंदर जांच कर अपना प्रतिवेदन दिनांक 23 अक्टूबर 2024 तक प्रस्तुत करने का आदेश दिया था. परन्तु आज आदेश जारी हुए 20 दिन होने को आ गए परन्तु जांच दल अब तक मौके पर नही पहुंचा है. वहीं जिले के चौक चौराहों में चर्चा है कि उक्त मामले में भ्रष्टाचार करने वालों ने जिम्मेदारों को मौके पर आने से रोक लिया है. अब देखना है कि जांच दल प्रमुख अभियंता के आदेश पर अमल करता है या उनके आदेश को ठेंगा दिखाता है
उप अभियंता की माप पुस्तिका में ढेरों खामियां
उप अभियंता रेशम सूर्यवंशी ने माप पुस्तिका में 1200 मीटर तक 07 मीटर चौड़ा टेक कोट और डामरीकरण कार्य 01 दिन में कार्य होना दर्शाया जबकि ग्रामीणों ने बताया कि कार्य 03 से 04 दिन तक चला और डामरीकरण का कार्य रात को किया गया. वहीं उप अभियंता ने 80 से अधिक गड्ढों को गहराई 0.05 मीटर होना दर्शाया जबकि ग्रामीणों ने बताया कि सड़क में 03 से 04 ही गढ्ढे थे जहां डामरीकरण की आवश्यकता थी. वहीं डामरीकरण के दौरान गिट्टी का साइज 10 एमएम और डामर 5 प्रतिशत होना दर्शाया गया जबकि मौके पर ऐसा कुछ नही है. वहीं उप अभियंता ने गड्ढों में 5 सेमी डामरीकरण कर लेवल करने तथा उसके ऊपर 3 सेमी की मोटा डामर की लेयर डालना दर्शाया है जबकि मौके पर 1 इंच मोटा डामरीकरण किया गया है.
इस मामले में लोक निर्माण विभाग के सेक्रेट्री कमलप्रीत सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी.
वहीं इस मामले की जांच टीम गठित करने वाले लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता कमलेश पिपरी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया.