जगदलपुर (अमन दास मानिकपुरी). विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की आज एक और महत्वपूर्ण रस्म निभाई जाएगी. और इस रस्म का नाम मुरिया दरबार है. परम्परानुसार बस्तर में रथ परिक्रमा समाप्त होने के बाद महाराजा क्षेत्र की जनता को धन्यवाद ज्ञापित करने और आदिवासियों की समस्याओं को सुनने के लिए एक दरबार लगाते थे. जहां महाराजा साधारण वेश भूषा में उनके सम्मुख बैठकर चर्चा करते थे. और दशहरे के साथ ही अन्य परेशानियों और समस्याओं पर चर्चा करते थे. और जिनका समाधान जल्द हो सके ऐसे समस्याओं का समाधान तत्काल करते थे. इसी परमपरा को आज 600 साल बाद में बस्तर राजपरिवार के सदस्य निभाते आ रहे हैं. यह दरबार आज सिरहसार भवन में लगेगा. बस्तर के दशहरे पर्व में प्रशासनिक दखल होने के बाद अब प्रदेश के मुख्यमंत्री भी राजपरिवार के सदस्यों के साथ आम जनता की समस्याओं को सुनते हैं.
मुरिया दरबार मे शामिल होने के लिए आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बस्तर पहुंचे रहे हैं. अपने तय कार्यक्रम के अनुसार 11.30 बजे रायपुर से हेलीकॉप्टर की मदद से जगदलपुर एयरपोर्ट पहुचेंगे. जिसके बाद 11.40 बजे दसरा पसरा परिसर का लोकार्पण करेंगे. लोकार्पण के बाद 11.55 बजे दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन करेंगे. जिसके बाद राजमहल जाएंगे. राजमहल के बाद 12.20 बजे सिरहसार भवन में आयोजित मुरिया दरबार मे शामिल होंगे. दरबार के बाद 1.40 बजे बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे. 2.35 बजे स्थानीय मांझी चालकियों के साथ बस्तर क्लब में भोजन करेंगे. भोजन ग्रहण करने के पश्चात हेलीकॉप्टर से राजनांदगांव ज़िले के लिए रवाना होंगे.