सुनील कश्यप, सुकमा- बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सली मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबल के जवानों को एक सफलता मिली है. नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर व जिले में चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर आज एक सक्रिय ईनामी माओवादी ने आत्मसमर्पण किया है. जिसके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 08 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था.

सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की बयार बह रही है. लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में नवीन पुलिस कैम्प स्थापित करके आसपास के इलाके में विकास कार्य तेजी से हो रहा है. इन कार्यो से प्रभावित होकर नक्सल संगठन के PLGA बटालियन नंबर 1 के कंपनी नंबर 2 के सक्रिय कमांडर CYPC नागेश उर्फ पेड़कम एर्रा ने आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर नक्सली के ऊपर 8 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था. सरेंडर नक्सली मंगलगुड़ा थाना किस्टारम का निवासी है.

सरेंडर नक्सली नागेश साल 2003 से 2004 तक पालाचलमा एलओएस सदस्य रहा, वर्ष 2005 से 2008 तक पालाचमा एलजीएस सदस्य (स्व0 रामन्ना DKSZC का गार्ड), वर्ष 2009 से 2011 तक बटालियन नं 01 कम्पनी नम्बर 02 सेक्शन कमाण्डर (PPCM), वर्ष 2012 एक वर्ष तक बटालियन 02, प्लाटून 02 का डिप्टी कमाण्डर (PPCM), वर्ष 2013 से 2014 माह अप्रैल तक कम्पनी नम्बर 02 का डिप्टी कमाण्डर। (CYPC), वर्ष 2015 से 2019 तक PLGA बटालियन 01, कम्पनी 02 का कमाण्डर (CYPC)

घटनाएं जिनमें शामिल रहा-

साल 2004 में गोलापल्ली और मराईगुड़ा के बीच मुख्यमार्ग को अलग-अलग 10-15 स्थानों में खोदकर रोड अवरोध करने की घटना में शामिल था.

साल 2010 में मुकरम और ताड़मेटला के बीच गुब्बल नामक टेकरी में एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल था. इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए.

साल 2011-12 में ग्राम तिम्मापुरम के जंगल में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था. इस मुठभेड़ में पुलिस के 02 जवान शहीद व 08 पुलिस जवान घायल हुए.

साल 2013-14 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम टेटेमड़गू और पालोड़ी के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था.

साल 2014 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम पिड़मेल और एंटापाड़ के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था. उक्त मुठभेड़ में पुलिस के लगभग 06-07 जवान शहीद हुए.

साल 2015-16 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम पोटकपल्ली और डब्बामरका के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था.

साल 2017 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम कोत्ताचेरू और भेज्जी के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था. उक्त मुठभेड़ में पुलिस के 12 जवान शहीद हुए.

साल 2017 में TCOC अभियान के दौरान ग्राम बुर्कापाल के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था. उक्त मुठभेड़ में पुलिस के 25 जवान शहीद हुए थे. 02 जवान घायल हुए थे. और पुलिस के लगभग 18 हथियार लूटने में सफलता मिली थी.

साल 2017 में ग्राम टोण्डामरका पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल था. उक्त मुठभेड़ मे पुलिस के 07-08 जवान घायल हुए थे.

साल 2018-19 में ग्राम दारेली और इत्तागुड़ा के बीच जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *