दंतेवाड़ा (कवि सिन्हा)। हमेशा विवादों में रहने वाला जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में हैं मगर इस बार सुर्खियों की वजह कोई विवाद नहीं बल्कि एक बड़ी उपलब्धि है। आपने हमेशा सुना होगा कि दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में मरीजों के खाने में गुणवत्ता नहीं होती पर अब आपको बहुत जल्द यह सुनने मिलेगा की मरीजों को स्वादिष्ट व पौष्टिक आहार मिल रहा है। जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने एक नई पहल करते हुए नए नियम लगाकर केंटीन की निविदा प्रकाशित करवाई है। इस निविदा का प्रारूप मरीजों को बेहतर व पौष्टिक आहार देने के आधार पर हुई है। भ्रष्टाचार का गढ़ कहे जाने वाले जिला अस्पताल में इस नई पहल की चहूंओर चर्चा हो रही है। आम ग्रामीण मरीजों का मानना है कि हमेशा मरीजों के साथ छल होता है पर इस बार लग रहा है कि सिर्फ गुणवत्ता पर फोकस कर यह निविदा निकाली गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीएम व जिला अस्पताल के नोडल अधिकारी कुमार विश्वरंजन ने बताया कि मरीजों को गुणवत्ता युक्त भोजन देना ही हमारा लक्ष्य है। इस बार जिला अस्पताल में जो निविदा निकाली गई है वह इसी तर्ज पर है और जहाँ तक निविदा को लेकर जो अफवाहें चल रही है उसे लेकर बस इतना ही कहूंगा कि खुली निविदा निकाली गई है, कहीं कुछ छुपाने वाली बात नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि खाने की गुणवत्ता बरकरार रहे इसे लेकर एक कमेटी समय समय पर मरीजों के भोजन का परीक्षण करेगी। मरीजों के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जाएगा। गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं को मीनू अनुसार भोजन उपलब्ध कराने विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।
बहरहाल अभी कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी कि निविदा किस फर्म को मिलती है पर एसडीएम कुमार विश्वरंजन के नोडल बनते ही जिला अस्पताल में व्यवस्था सुधरने लगी है।
