सुनील कश्यप, सुकमा- जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत नक्सली मोर्चे पर तैनात सुकमा पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षाबल के जवानों ने आईईडी बम लगाते हुए 3 नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है. जिनमें एक के ऊपर 1 लाख रुपये का इनाम छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषित कर रखा था.
सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि सुकमा जिले में लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. और इसी नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत जिलाबल, डीआरजी, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम को सर्चिंग के लिए अलग अलग टीम बनाकर गुरगुराजमेंट्टा के जंगलों की ओर रवाना किया गया था. सर्चिंग अभियान के वापसी के दौरान मेडवाही और अरलमपल्ली जाने वाले पगडंडी के रास्ते में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा गड्ढा किया जा रहा था. जिसके बाद संदिग्ध व्यक्तियों ने सुरक्षाबल के जवानों को अपनी ओर आता देख अपने पास रखें लोहे के चाकू और थैला को लेकर भागने की कोशिश कर रहे थे. जिन्हें पुलिस पार्टी के द्वारा घेराबंदी कर धर दबोचा. संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी लेने पर पुलिस को उनके कब्जे से टिफिन बम व अन्य विस्फोटक सामग्री कोडेक्स वायर, नॉन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, बैटरी, रेडियो, इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, पैकेट फटाका, जिलेटिन रॉड, नक्सल साहित्य बरामद किया. जिसके बाद सुरक्षाबल के जवानों ने सभी नक्सलियों को गिरफ्तार किया. सभी गिरफ्तार नक्सली अरलमपल्ली थाना पोलमपल्ली के निवासी है. गिरफ्तार नक्सली मुचाकी गंगा नक्सल संगठन में सीएनएन अध्यक्ष के रूप में सक्रिय था. जिसके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. अन्य नक्सली मड़कम भीमा मिलिशिया सदस्य व कमलू पोज्जा मिलिशिया के पद पर नक्सली संगठन में सक्रिय थे. सभी नक्सलियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करते हुए उन्हें न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है. गिरफ्तार तीनों नक्सली दोरनापाल थाना क्षेत्र और पोलमपल्ली थाना क्षेत्र में कई नक्सल गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं.
इधर सुकमा जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत लगातार सुकमा पुलिस को सफलता मिल रही है. एक महीने के भीतर छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 7 से अधिक नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. जिनमें 4 नक्सलियों पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.