सुकमा (नवीन कश्यप) – जिले के सबसे दूरस्थ और संवेदनशील माने जाने वाले कोंटा विकासखंड के रायगुड़ा पंचायत में प्रशासन ने ग्रामीणों को बड़ी राहत देने की तैयारी कर ली है. कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर, नियद नेल्लानार योजना के तहत 2 दिसंबर से 5 दिसंबर तक चार दिवसीय ‘सुविधा शिविर’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों के द्वार तक पहुँचाना है.
दुरुस्थ पंचायतों को मिलेगा सीधा लाभ
इस शिविर में रायगुड़ा के साथ-साथ मोरपल्ली, बुरकापाल और सुरपनगुड़ा पंचायत के हजारों ग्रामीण भाग लेंगे. प्रशासन की यह पहल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे अब इन दुर्गम क्षेत्रों के निवासियों को छोटे-छोटे कार्यों या दस्तावेजीकरण के लिए लंबी दूरी तय करके जिला मुख्यालय या ब्लॉक ऑफिस तक नहीं जाना पड़ेगा.
ये सेवाएं होंगी उपलब्ध :
सुविधा शिविर एक ‘वन-स्टॉप समाधान’ (One-Stop Solution) के रूप में काम करेगा. ग्रामीणों को निम्नलिखित महत्वपूर्ण सेवाएँ तुरंत मौके पर ही मिलेंगी:
जन कल्याणकारी योजनाएं : महतारी वंदन योजना का आवेदन, किसान सम्मान निधि संबंधी कार्य.
स्वास्थ्य एवं पहचान : आयुष्मान कार्ड निर्माण और आधार प्रमाणीकरण.
सामाजिक सुरक्षा : पेंशन, श्रमिक पंजीयन, और राशन कार्ड में सुधार.
आवश्यक सुविधाएं : बैंकिंग, पोषण और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ.
प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार के संवेदनशील शिविरों के माध्यम से न केवल योजनाओं की पहुँच अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित होती है, बल्कि शासन-प्रशासन के प्रति ग्रामीणों का भरोसा और विश्वास भी मजबूत होता है. यह शिविर सुकमा के दूरस्थ अंचलों में सुशासन की मिसाल कायम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.