सुनील कश्यप, बस्तर- छत्तीसगढ़ के बस्तर से एक हैरान कर देने वाली खबर निकलकर आई है. बस्तर में एक आदिवासी महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. जिनमें 2 लड़के और 2 लड़कियां शामिल हैं. फिलहाल सभी बच्चे व मां सुरक्षित बताए जा रहे हैं. और महारानी अस्पताल में भर्ती हैं. एक साथ 4 बच्चों को जन्म देने की खबर अब पूरे बस्तर में चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक 24 वर्षीय आदिवासी महिला को 25 जून को प्रसव पीड़ा हुआ. जिसके बाद जगदलपुर के निजी बंसल नर्सिंग होम अस्पताल में सीजर के जरिये गर्भवती महिला का डिलवरी कराया गया. बच्चों के सेहत को देखते हुए सभी बच्चों की महारानी अस्पताल के NICU में भर्ती कराया गया है. जहां उनका देखभाल किया जा रहा है. चार बच्चो के जन्म लेने से परिवार में खुशी का माहौल है.

प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एस. बंसल ने बताया कि महिला लंबे समय से अस्पताल में अपना जांच करवा रही थी. जिसके बाद कल गुरुवार को प्रसव पीढ़ा होने पर सुरक्षित तरीके से सीजर से महिला का प्रसव करवाया गया. जिसमें महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया. फिलहाल सभी बच्चे व माता सुरक्षित हैं. यह ऐसा पहला मामला बस्तर में देखने को मिल रहा है. जब महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. इससे पहले 2 बच्चे और 3 बच्चों के जन्म लेने की बात बस्तर में सामने आई थी. लेकिन ऐसा पहली बार बस्तर में हुआ है. बच्चों का वजन 1 किलो 800 ग्राम, 1 किलो 600 ग्राम, 1 किलो 500 ग्राम और 1 किलो 300 ग्राम है. यह बच्चे अच्छे से ग्रोथ कर ले इसके लिए अच्छे से उन्हें ध्यान देना आवश्यक है. फिलहाल NICU में डॉक्टरों की निगरानी में बच्चों का ईलाज जारी है. संभवतः करीब 10-15 दिनों में बच्चे रिकवर हो जाएं. तब तक उन्हें NICU में रखा जायेगा. साथ ही बताया कि बच्चों का भ्रूण मल्टीप्लाई हो जाता है. और बच्चे पेट मे डेवेलप करते हैं. जिससे 2 या 3 या 4 बच्चों का जन्म होता है. इस महिला के सोनोग्राफी में केवल 3 बच्चे पहले नजर आ रहे थे. एक बच्चे का सिर दबा हुआ था. लेकिन डिलवरी में 4 बच्चों ने जन्म लिया.

मिली जानकारी के मुताबिक सुकमा जिले के तोंगपाल क्षेत्र अंतर्गत जैमेर गांव में रहने वाले हिड़मा कवासी की तीसरी पत्नी दशमी कवासी को प्रसव पीड़ा होने पर मंगलवार शाम को जगदलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. गुरुवार शाम को ऑपरेशन कर सभी बच्चों को निकाला गया. हिड़मा ने बताया कि उसकी यह तीसरी बीवी है. पहली बीवी हुंगी को एक बेटी थी. जिसकी 15 साल पहले बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई. बेटी 9वीं कक्षा में पढ़ रही थी. इसके बाद कई साल पहली पत्नी से बच्चे नहीं हुए. हिड़मा ने उसी इलाके में रहने वाली नंदे से दूसरी शादी की. कई साल बीत जाने के बाद भी नंदे को बच्चे नहीं हुए. बच्चे की चाहत में हिड़मा ने साल 2021 में तीसरी शादी दशमी से कर ली. तीन साल बाद हिड़मा और दशमी को एक साथ चार बच्चे हुए हैं.

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