जगदलपुर (डेस्क) – पूरे बस्तर को दहला देने वाली खबर सामने आई है. बस्तर पुलिस ने नशे के धंधेबाजों की कमर तोड़ते हुए एक अभूतपूर्व कार्रवाई की है, जिससे नशे के सौदागरों के बीच हड़कंप मच गया है. पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के नेतृत्व में चलाए गए एक गुप्त ऑपरेशन में, थाना बोधघाट ने करोड़ों रुपए के प्रतिबंधित हैश ऑयल (गांजा तेल/मारिजुआना ऑयल) की एक विशाल खेप पकड़ी है और इसके मास्टरमाइंड सोमनाथ साहू को गिरफ्तार कर लिया है.
कल्पना कीजिए : एक साधारण मोटरसाइकिल पर, नीले बैग में छिपाकर लाया जा रहा था लगभग 48 लाख रुपये का घातक नशा. यह सिर्फ गांजा नहीं, बल्कि कई गुना अधिक प्रभावी और खतरनाक हैश ऑयल है, जिसकी तस्करी तस्कर बड़ी आसानी से करते हैं और हमारी युवा पीढ़ी को बर्बाद करते हैं.
यह कैसे हुआ ?
पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली – “ओडिशा से एक 46 वर्षीय व्यक्ति काली मोटरसाइकिल पर, एक नीले बैग में लाखों का गांजा तेल लेकर जगदलपुर आ रहा है.” यह सूचना मिलते ही बस्तर पुलिस के होश उड़ गए और एक हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन की तैयारी शुरू हो गई.
पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के सख्त निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग और नगर पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार डी धोत्रे के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी लीलाधर राठौर ने अपनी टीम के साथ मिलकर ग्राम आड़ावाल के झंडा चौक पर जाल बिछाया.
जैसे ही वह आया…
मुखबिर के बताए हुलिए वाला सोमनाथ साहू (46 वर्ष, निवासी सावपुट, ओडिशा) अपनी काली मोटरसाइकिल (OD 10 X 8050) पर आता दिखा. पुलिस ने उसे पलक झपकते ही दबोच लिया. जब उसके नीले बैग की तलाशी ली गई, तो पुलिस टीम भी हैरान रह गई. प्लास्टिक के 5 पैकेटों में भरा था लगभग 3.8 किलोग्राम का काला गांजा तेल – जिसका बाजार मूल्य लगभग ₹47,57,500/- है.
चौंकाने वाला खुलासा

पूछताछ में सोमनाथ साहू ने कबूल किया कि वह अधिक पैसा कमाने की लालच में इस घातक नशे की तस्करी कर रहा था, जिसे बड़े शहरों में ऊंची कीमत पर बेचा जाता. यह कोई छोटी-मोटी तस्करी नहीं, बल्कि NDPS एक्ट की धारा 20(b)(ii)(C) के तहत आने वाली कमर्शियल मात्रा का मामला है, जिसका मतलब है कि यह एक संगठित अपराध का हिस्सा है.
नशे के सौदागरों खबरदार
बस्तर पुलिस ने इस कार्रवाई से एक कड़ा संदेश दिया है, बस्तर में नशे का कारोबार नहीं चलेगा. फिलहाल पुलिस ने सोमनाथ साहू को गिरफ्तार कर माननीय विशेष NDPS न्यायालय में पेश किया गया है.