सुनील कश्यप, बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बीते कुछ सालों से नशे का व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है और बड़ी संख्या में नई पीढ़ी नशीली दवाइयों व मादक पदार्थों का शिकार हो रहे हैं, बस्तर से लगे पड़ोसी राज्य उड़ीसा से लगातार नशे के सौदागर इसकी तस्करी बस्तर समेत बस्तर के रास्ते देश के अलग अलग राज्यों में करते हैं. और यह कारोबार करोड़ो रुपए में हो रहा है, हालांकि बीते एक साल में पुलिस ने इन मादक पदार्थ गांजा के तस्करों पर कार्यवाही करते हुए करोड़ो रुपये के मादक पदार्थ को जब्त करने के साथ ही 225 नशे के सौदागरों को भी गिरफ्तार किया है, लेकिन इन सौदागरों पर कोई बड़ी कार्यवाही नहीं होने के चलते इनके हौसले इस कदर बुलंद है कि जेल से छूटने के बाद भी फिर से नशे के व्यापार में जुट जा रहे है और इसी का नतीजा है कि बस्तर में हर वर्ष नशीली दवाइयों व मादक पदार्थ का कारोबार हो रहा है. बस्तर आईजी ने बस्तर संभाग में वर्ष 2022 में किये गए आंकड़ो को जारी किया है. वर्ष 2022 में बस्तर पुलिस ने 6322.327 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ को जब्त किया है. जिसकी अनुमानित कीमत तीन करोड़ सोलह लाख ग्यारह हजार छः सौ पैंतीस रुपये आंकी गई है. इस मामले में 225 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है. तस्करी की वारदात को रोकने के लिए बस्तर संभाग के सीमावर्ती इलाकों में 07 चेकपोस्ट लगाया गया है.
दरअसल बस्तर से लगे ओडिशा राज्य में मादक पदार्थ गांजा की खेती बहुतायत से की जाती है. तस्कर उड़ीसा से मादक पदार्थ गांजा की तस्करी अलग अलग लग्जरी वाहनों के अलावा बड़े वाहनों में करते हैं. कई बार पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भी नशे के सौदागर तस्करी से बाज नहीं आ रहे हैं, इधर बस्तर आईजी सुन्दराज पी ने बताया कि नशे के कारोबार को रोकने के लिए बस्तर पुलिस लगातार प्रयास कर रही है, इसी का नतीजा है कि वर्ष 2022 में 3 करोड़ से अधिक का मादक पदार्थ जब्त किया है. और नशे के 225 कारोबारियों को जेल भेजा है. और इसके लिए विशेष टीम बनाकर भी पुलिस काम कर रही है, आने वाले समय में जरूर नशीली दवाइयों व मादक पदार्थों के कारोबार को अंकुश लगाने में बस्तर पुलिस कामयाब होगी, पड़ोसी राज्य उड़ीसा के पुलिस के साथ भी मादक पदार्थ के सौदागरों को गिरफ्तार करने और इस कारोबार को खत्म करने के लिए भी ओड़िसा पुलिस से भी बातचीत कर योजना बनाई जा रही है.
